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MONSOON: Monsoon’s entry in Madhya Pradesh is still a few hours
Monsoon’s entry in Madhya Pradesh is still a few hours away but before that pre-monsoon activity has intensified. On Friday, there was heavy storm and rain in many districts of the state. Guna, Shivpuri, Ashoknagar received good rain, while Morena, Ratlam, Khandwa and Gwalior also received heavy rain with storm.
Due to storm and rain in Ratlam, OHE line broke due to falling of a tree on Gautampura-Barnagar, due to which trains had to be stopped. Monsoon comming heavy rain 🌧️ fall .
15 JUNE BIGGEST UPDATE
Possibility of monsoon entry on 15 June
According to the Meteorological Department, monsoon is likely to enter Madhya Pradesh by 15 June. This time monsoon can enter the state from Mandla and Balaghat and with the entry of monsoon, a period of heavy rain will start in the state.
According to the Meteorological Department, the speed of monsoon’s progress can be accelerated due to the cyclone formed over Andhra Pradesh and southern Odisha and the trough extending up to Karnataka.
Due to all these weather systems, heatwave and cloudy rain conditions are being created in the state, however, monsoon activities will accelerate from 14 June and monsoon can knock in the state within a few hours after this.
IN HINDI
BHOPAL : मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि रविवार से मानसून 2024 शुरू हो जाएगा। दक्षिण-पश्चिम मानसून निकोबार, दक्षिण अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी के दक्षिण भाग में आगे बढ़ा। 31 मई को इसका केरल पहुंचने का अनुमान था।
मध्य प्रदेश में, यह इस साल समय पर होगा। एमपी में मानसून 15 जून से शुरू होता है, लेकिन भोपाल में 18 जून से आधिकारिक रूप से शुरू होता है। 28 मई से 3 जून के बीच मानसूनी बारिश की शुरुआत कभी भी हो सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इस खुशखबरी को जारी किया है। 1 जून से 30 सितंबर तक देश में मानसूनी सीजन में 104% बारिश होने की उम्मीद है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि 15 जून, 2024 को मानसून मध्य प्रदेश में पहुंचने की संभावना है। 25 जून तक, मानसून हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कश्मीर में भी आ जाएगा, और 8 जुलाई तक पूरे देश में फैल जाएगा। मध्य प्रदेश को आने वाले दिनों में गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन मानसून आने के बाद ही पूरी राहत मिलेगी।
दक्षिण बंगाल में मानसून केरल में शुरू होने के 8 से 24 दिन बाद आता है। IMDI का अनुमान है कि मानसून 31 मई को केरल पहुंचेगा, 8 दिन बाद 10 से 11 जून तक कोलकाता पहुंचेगा। IMDI का अनुमान है कि अंडमान सागर, बंगाल की खाड़ी और निकोबार द्वीप समूह में 19 मई तक दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत होगी। हिंद महासागर डिपोल और बर्फ कवर जैसे कारक इसकी तीव्रता को प्रभावित कर रहे हैं, लेकिन 31 मई को दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल पहुंचने की उम्मीद है, जो भारत की कृषि अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है।
मानसून: मध्य प्रदेश में मानसून के प्रवेश में अभी चंद घंटे बाकी हैं
मध्य प्रदेश में मानसून के प्रवेश में अभी चंद घंटे बाकी हैं लेकिन उससे पहले प्री-मानसून गतिविधियां तेज हो गई हैं। शुक्रवार को प्रदेश के कई जिलों में तेज आंधी और बारिश हुई। गुना, शिवपुरी, अशोकनगर में अच्छी बारिश हुई, वहीं मुरैना, रतलाम, खंडवा और ग्वालियर में भी आंधी के साथ तेज बारिश हुई। रतलाम में आंधी और बारिश के कारण गौतमपुरा-बड़नगर पर पेड़ गिरने से ओएचई लाइन टूट गई, जिसके कारण ट्रेनों को रोकना पड़ा।
15 जून सबसे बड़ा अपडेट
15 जून को मानसून के प्रवेश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार 15 जून तक मध्य प्रदेश में मानसून के प्रवेश की संभावना है। इस बार प्रदेश में मानसून मंडला और बालाघाट से प्रवेश कर सकता है और मानसून के प्रवेश के साथ ही प्रदेश में तेज बारिश का दौर शुरू हो जाएगा।
मौसम विभाग के अनुसार, आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के ऊपर बने चक्रवात और कर्नाटक तक बनी द्रोणिका के कारण मानसून के आगे बढ़ने की गति तेज हो सकती है। इन सभी मौसमी प्रणालियों के कारण राज्य में लू और बादल छाए रहने की स्थिति बन रही है, हालांकि, 14 जून से मानसूनी गतिविधियों में तेजी आएगी और इसके कुछ ही घंटों बाद राज्य में मानसून दस्तक दे सकता है।